कोरोनाकाल के सालभर में इंदौर विकास प्राधिकरण ने दो किलोमीटर लंबी आठ लेन सड़क तैयार कर ली है। सड़क का सिविल वर्क पूरा हो चुका है। बस विद्युतीकरण का काम बचा है। उसके टेंडर भी जारी हो चुके हैं। इस सड़क के बनने से सुपर कारिडोर का विस्तार हो गया है और उसकी कनेक्टिविटी धार रोड से हो गई है। 11 करोड़ रुपये की लागत से तैयार इस सड़क का काम पिछले साल जनवरी में शुरू किया गया था, लेकिन दो महीने बाद ही लाकडाउन लग गया था, हालांकि बाद में सड़क के काम में तेजी आ गई थी। अभी धार रोड से भारी वाहन एयरपोर्ट के समीप से लोक निर्माण विभाग द्वारा बनाई गई सड़क से होकर आवाजाही करते हैं। भविष्य में पुरानी सड़क का बड़ा हिस्सा एयरपोर्ट के विस्तार के लिए दिया जा सकता है। आइडीए के अधिकारी ज्ञानेंद्र सिंह जादौन के अनुसार सड़क की चौड़ाई 100 फीट से ज्यादा है और लंबाई दो किलोमीटर है।
जमीन के बदले मिली थी जमीन : इस सड़क के निर्माण में बड़ा हिस्सा सरकारी जमीन का है, जो दो साल पहले शासन ने आइडीए को सौंप दी थी। दरअसल आइडीए ने सुपर कारिडोर पर टीसीएस, इंफोसिस को 230 एकड़ जमीन दी थी। उसके बदले सरकार ने सरकारी जमीन आइडीए को दी थी।
यह होगा फायदा - ढाई सौ करोड़ की लागत से तैयार हो चुका सुपर कारिडोर अभी देपालपुर रोड से जुड़ा था। अब यह धार रोड से जुड़ गया है।
- अहमदाबाद की तरफ से आने वाले वाहन अब पूर्वी बायपास के बजाय सुपर कारिडोर से होकर देवास की तरफ जा सकेंगे।
- नई सड़क के आसपास बसाहट होगी और पश्चिम क्षेत्र में व्यविस्थत कालोनियां विकसित होंगी।
- सुपर कारिडोर से अब दो राष्ट्रीय राजमार्ग और इंदौर-उज्जैन रोड की कनेक्टिविटी हो जाएगी।
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